इंडियन प्रीमियर लीग के मौजूदा सीज़न में बल्लेबाजों का एक अलग ही अंदाज देखने को मिल रहा है. पिछले कई मैचों में लगातार में टीमों को 200 रन के आंकड़े को पार करते देखा गया है. जहां एक तरफ इस पावर हिटिंग से फैंस का भरपूर मनोरंजन हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ गेंदबाज इससे नाखुश हैं.
17वें सीजन के दौरान ज्यादातर पिच बल्लेबाजी के अनुकूल रही हैं, साथ ही इम्पैक्ट प्लेयर नियम की मदद से रन-स्कोरिंग में अचानक तेजी आई है. इस सीजन में बल्लेबाजों की मानसिकता में भी बड़ा बदलाव आया है क्योंकि उन्होंने खेल की शुरुआत से ही आक्रामक दृष्टिकोण अपनाया है.
इस आक्रामक रवैए ने बल्ले और गेंद के बीच प्रतिस्पर्धा की कमी को लेकर चिंता बढ़ा दी है, लेकिन भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) का मानना है कि गेंदबाजों को अपनी ताकत का समर्थन करने और अनावश्यक प्रयोग बंद करने की जरूरत है.
पूर्व क्रिकेटर और भारतीय टीम के कोच रह चुके शास्त्री ने गेंदबाजों को "रोना और शोक मनाना" बंद करने की सलाह दी. उन्होंने ट्वीट किया, “गेंदबाजों के लिए इस आईपीएल को देखने और समय की कसौटी पर खरे उतरने वाली चीजों के क्रियान्वयन पर ध्यान केंद्रित करने का शानदार अवसर है. बजाय इसके कि आप अपने सीमित शस्त्रागार में सामान जोड़ने का प्रयास करें जिसे आप क्रियान्वित नहीं कर सकते. अपनी शक्तियों पर टिके रहें और ध्यान केंद्रित करें. अलग दिखने का बेहतरीन अवसर. रोना-धोना और शोक मनाने का नहीं,” शास्त्री ने लिखा.
इस सीजन सनराइजर्स हैदराबाद ऐसी टीम के रूप में उभरी है जो लगभग हर मैच में 200 का आंकड़ा पार कर रही है. सनराइजर्स ने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मैच के दौरान बिना कोई विकेट खोए 125 रन बनाकर आईपीएल में अब तक के सबसे बड़े पावरप्ले स्कोर का रिकॉर्ड तोड़ दिया.
इसी बीच शुक्रवार रात कोलकाता नाइट राइडर्स और पंजाब किंग्स के बीच ईडन गार्डन्स में हुए एक रोमांचक मुकाबले में, पंजाब किंग्स ने 262 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने के लिए टी20 क्रिकेट इतिहास में सबसे सफल रन चेज़ के टी20 रिकॉर्ड को तोड़ा.
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