नई दिल्ली. आरसीबी के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली आईपीएल के 36वें मुकाबले में शानदार लय में बल्लेबाजी कर रहे थे. केकेआर के खिलाफ मैच में कोहली को फुलटॉस गेंद पर आउट दिया गया. जिसके बाद जमकर बवाल हुआ. विराट अंपायर के फैसले से खुश नहीं थे और उन्होंने अपने गुस्से का इजहार किया. अंपायर से बहस के बाद विराट डगआउट की ओर लौटते समय बाउंड्री के बाहर रखे डस्टबीन पर अपना बल्ला दे मारा. कोहली के विकेट पर विवाद शुरू हो गया है. विराट का कहना था कि गेंद उनके कमर से उपर थी, इसलिए नो बॉल होनी चाहिए थी, जबकि थर्ड अंपायर ने इसे वैध गेंद करार देते हुए विराट को आउट दिया. अब ये नो बॉल क्या है? और ये कब दी जाती है. आइए जानें.
विराट कोहली (Virat Kohli) तीसरे ओवर में हर्षित राणा (Harshit Rana) की फुलटॉस गेंद का काबू नहीं नहीं रख सके और गेंदबाज को ही कैच दे बैठे. उन्होंने फुलटॉस गेंद कमर से ऊपर होने का दावा करते हुए रिव्यू लिया लेकिन तीसरे अंपायर का तर्क था कि कोहली क्रीज से बाहर थे और गेंद नीचे की ओर जा रही थी. कोहली हालांकि तीसरे अंपायर के फैसले से खफा दिखे और उन्होंने क्रीज छोड़ने से पहले फील्ड अंपायरों से बहस भी की. उन्होंने मैदान से बाहर निकलने के बाद बल्ला पटक कर अपनी नाराजगी जाहिर की.
क्रिकेट में क्या है नो बॉल नियम
गेंदबाजी करते समय जब गेंदबाज का पैर लाइन के आगे निकल जाता है तो वह गेंद नो बॉल मानी जाती है. इसके अलावा फुल टॉस गेंद यदि बैटर की कमर से ऊपर रहती है तब नो बॉल करार दी जाती है. अंपायर को लगे कि गेंदबजा थ्रो फेंक रहा है तब, वह नो बॉल करार देता है. गेंद बैटर के पास पहुंचने से पहले दो बार टप्पा खाती है तब भी नो बॉल होती है. गेंद बैटर के पास पहुंचने से पहले ही रुक जाए तो भी नो बॉल होती है. लेग साइड में स्क्वेयर के पीछे (स्टंप लाइन के पीछे) दो से ज्यादा फील्डर मौजूद रहते हैं तब भी गेंद नो बॉल होती है. गेंदबाज के गेंदबाजी करते समय नॉन स्ट्राइक एंड पर स्टंप्स से टकराने जाने पर भी गेंद नो करार दी जाती है.
क्रीज से बाहर निकलकर बल्लेबाजी कर रहे थे विराट कोहली
विराट कोहली को हर्षित राणा ने जो फुलटॉस गेंद फेंकी वह ऐसा लग रहा था कि उनके कमर के ऊपर जा रही थी, लेकिन बावजूद इसके अंपाय ने नो बॉल नहीं दिया गया. अंपाायर ने इसलिए नो बॉल नहीं दिया क्योंकि उस समय विराट कोहली क्रीज से बाहर निकलकर बैटिंग कर रहे थे. जब उनके गेंद से बल्ले का संपर्क हुआ तो वह अपने पंजों पर खड़े थे. क्रीज से बाहर निकलने के कारण अंपायर ने हर्षित की फुलटॉस गेंद को वैलिड करार दिया. विराट यदि क्रीज में रहते तो गेंद का कोण उनके कमर के नीचे का बनता और वह नो बॉल नहीं होती. इसी वजह से अंपायर ने विराट को आउट करार दिया.
2024-04-21T16:24:50Z dg43tfdfdgfd